सर्व कार्य सिद्धि के लिये शाबर मंत्र

यदि आप शाबर मंत्र साधना में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं  और आप चाहते हैं कि आपको  हर शाबर मंत्र सिद्ध करने पर  सफलता निश्चित ही रूप से प्राप्त हो तो  आज मैं आपके सामने एक ऐसा ही  सर्व कार्य सिद्धि  साबर मंत्रों को पेश कर रहा हूं और यह शाबर मंत्र हर प्रकार की शाबर साधना मे सफलता प्राप्त करने के लिये और साथ ही घर में सुख शांति का माहौल बनाने के लिए बहुत ही अच्छा वह अनेकों बार आजमाया गया प्रयोग है आप भी इसको अपनाएं और फायदा उठाएं।



इस मंत्र को सिद्ध करने के लिए तीन माला 11 दिन तक लगातार जपने से मंत्र सिद्ध हो जायेगा सिद्ध होने के पश्चात इसका प्रयोग करें।


॥ॐ नमो आदेश गुुरु को


 नमो देवी सर्वकार्य सिद्धकरणी 


जो पाती पूरेब्रह्म, विष्णु, महेश तीनों देवतन 


मेरी भक्तिगुरु की शक्ति।

चल शब्द मन्त्र की तान

तू ना चले तो गुरु गोरख की आन।।


मंत्र का प्रयोग करने के लिए पहले मंत्र का सिद्ध होना आवश्यक है और जब मंत्र आप सिद्ध कर लेते हैं और इसके पश्चात ही आप इसका प्रयोग करें जो कि इस तरह से हैं :

1. जब कभी भी आप किसी भी शाबर मंत्र की साधना करते हैं तो आप गुरु गणेश पूजन के बाद सबसे पहले उपरोक्त इस मंत्र की माला एक जप करें और उसके पश्चात आप जिस मंत्र को सिद्ध करना चाहते हैं उसे जपना शुरु करें।
जब उस मंत्र का जप पूरा हो जाए पश्चात उसके पुनः इसी मंत्र का एक माला जाप और करें। साधना चाहे एक दिवसीय3, 5, 11 हो अथवा अधिक दिवसीय आपको यह प्रयोग जब तक मंत्र की साधना की जाती है तब तक इसका प्रयोग करते रहना है ऐसा करने से मंत्र की सिद्धि निश्चित है।

2. दूसरा प्रयोग इसका इस तरह से है कि यदि आपके घर में परेशानी का माहौल है आपके कोई भी कार्य नहीं बन रहे हैं चाहे वह रिश्ते-नाते की बात को आपसी विचार हो रोजगार की समस्या हो घरेलू या तंत्र की समस्या हो उन सभी समस्याओं से ईसी एक मंत्र से निजात पाई जा सकती है उसके लिए पहले तो यह मंत्र होली दिवाली ग्रहण दशहरा नवरात्रि शिवरात्रि आदि महा पर्व से शुरू करें और 11 दिन तक रोज तीन माला जप कर इसे सिद्ध करें।
सिद्ध होने के पश्चात रोज प्रातः व् साँय कालीन पूजा के समय कम से कम 21 बार किया ज्यादा से ज्यादा एक माला का जाप रोज करें ऐसा करने से आपकी सभी बातें दूर हो जाएगी

10 comments:

  1. Guruji pranam
    thank you guruji, aapke Ebooks ke aur blog me diye huye mantra bahut hi shandar hai. And I like your Spells.

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  2. Guruji pranam
    thank you guruji, aapke Ebooks ke aur blog me diye huye mantra bahut hi shandar hai. And I like your Spells.

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  3. भाईसाहेब,
    नमस्कार
    सर्वप्रथम तो आपको साधुवाद,कि आपने हमारी इस प्राचीन विद्या को अक्षुण्ण रखने का बीड़ा उठाया है, अति उत्तम है.
    मैं आपको अपनी बात बताना चाहता हूं.
    बहुत पीछे ना जाकर, अभि हाल ही के कुछ वर्षों कि बात कहता हूं. करीब १४-१५ साल पहले से जब मैं पाठ अदि करने के लिए बैठता था तो, एक स्टेज पर जाकर मेरा शरीर स्वयं ही हिलने लगता था.
    ख़ास तौर जब मैं मंत्र जप में तल्लीन होता था, तब . और यह बात मेरे कण्ट्रोल के बहार थी.
    जैसे -२ समय बीतता गया , यह स्थिति बढती ही गयी. साथ ही में किसी को देखकर उसका हाल मालूम चलना, उसका स्वभाव पता लगना, यह सब तो इसके भी पहले से था .
    अभि करीब दो साल पहले, एक भगतनी, जिनको माता कि चोव्की है, एक बार परवेश में उन्होंने मुझे कहा , कि जब तुम अपने नए घर में जाओगे, तो हम तुम में परवेश करेंगे.
    नए घर में जाने के बाद भी बार -2 पूछने के बावजूद वह टालते रहे.
    अब से पिछले नवरात्र यानी मार्च. २०१७ में मुझे कहा कि तीसरे नवरात्र में हम आयेंगे और तरीका बताया .
    मैंने ठीक वैसा ही किया , पर एक हुलारा के अलावा और कुछ भी नही हुआ.
    फिर बात की तो उन्होंने पूछ के बताया , कि मेरे दादाजी जिन पर भी पहरा था , ने भैरों जी का कोई इल्म सिद्ध किया हुआ था, जो कि गद्दी को चलने नही दे रहा है, इसलिए पहले ४० दिन , भैरों जी का पाठ करो, और ५ मंगलवार, हनुमान जी के मंदिर में, दीपक जलाओ, जो कि मैंने किया. साथ ही एक मन्त्र / पाठ भी दीया जिसको करने से मेरा लिंक बन जाएगा, ऐसा कहा . वह पाठ मैं रोज करता था , जिससे कभी बहुत तीव्र तो कभी कब कम जोर आता है.
    उसके बाद मेरी चेतना ने मुझसे कहा कि जब महसूस हो तो आसन पर आ जाना .
    मेरे घर उनके कहे अनुसार भजन भी होता था.
    २-३ बार हमारे घर भजन पर ऐसा हुआ तो जो भी बात थी मेरे मुह से निकली , जिसका मेरे भाई ने बुरा मना लिया,
    मुझे यह भी कहा गया था कि तुम्हे धीरे धीरे परकाश होगा, ६ महीने बीतने के बाद भी , और सारी प्रक्रिया पूरी करने के बाद भी जब मैं एक दायरे से आगे नही बढ़ पा रहा था तो मैंने फिर पुछा तो मुझे उत्तर मिला कि , माता , publically, चोव्की नही करना चाहती, तुम गुप्त रूप से किया करो , यानी कमरे का दरवाजा बंद कर के .
    तुम्हारे घर माता का स्वागत करने के लिए कोई नही है, और, कभी, अगर कुछ बात हुई, तो नाम तो माता का ही ख़राब होगा.
    आप कुछ सुझाव दीजिये कि यह सब क्या हो रहा है.

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    1. आइए हम आपको बताते हैं कि वह आपको सिर्फ फालतू घुमा रहे हैं और आप विश्वास करने के पीछे उनके साथ घूम रहे हैं । वह आपको बार-बार समय देते रहे और हमेशा काम आपका नहीं बना, ऐसे में लगता है कि या तो भगतनि आपका कार्य नहीं करना चाहती है या आपको फालतू घुमा रही है । और देवता का गुप्त रुप से एकांत कमरे में चौकी लेने से क्या मतलब है? क्या देवता को सबके सामने आने से डर लगता है ? और यह बताइए कि एकांत में चौकी लेने की बात आपको आपके देवता ने बताया या उसके देवता ने बताया ?
      जहां तक मुझे लगता है फालतू में उसके पीछे घूम रहे वरना काम करना होता तो कभी का हो जाता।

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  4. मुझे यही कहा है उस भगतनी ने कि उसको उस के देवता ने यह सब बताया है.
    और एक बात कि जिस वजह से मैं उनके पास अब से करीब ढाई साल पहले गया था , वह बात मेरी हल नही हुई है. हर बार पूछने पर यही कहते है कि " करेंगे".

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  5. कृपया मुझे अग्नि साधना की आवश्यकता है । उसके बारे में बताये आग को छूने के पश्चात उसका कोई असर शरीर पर न आये ऐसी साधना हो। मो. 7355461096

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  6. Guruji adhesh, guruji mane mere pitaji se
    Bohat se aase mantra sikhe hai ,
    Mere pitaji tantrik the ,
    Or Kai mantra maine siddh bhi kiye hai ,
    Jan Sakta hu ki mujhe or bhi sikhna ho to ,
    AAP kuch madad kar sakte hai ?
    Mai logoki seva karna chahta hu...
    7383838158 mujhe whataap kare

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  7. Guru Ji parnam. Main Mata rani main bahut wiswas ragta hun.main mata rani kay darshan Karna chahta hun..unsay bat karna chahta hun.

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